रायगढ़। नगरीय निकाय चुनावों में कांग्रेस अब सभापति पद के लिए गहमा गहमी शुरु हो गई है। ये पूर्वानुमान है कांग्रेस रायगढ़ नगर निगम के 48 वार्ड में कम से कम 25 कांग्रेसी पार्षदों के जीतने का अनुमान है। इसके बाद कांग्रेस अपने पार्षदों को बचाने की कवायद में लग गई है ।
रायगढ़ नगर निगम में महापौर पद के लिए चुनाव हो चुके हैं और उसका परिणाम 15 फरवरी को आने वाला है लेकिन मुख्य रस्साकसी सभापति के लिए होगी और कांग्रेस उसी के लिए अभी से सजग हो गई है। बताया जा रहा है कि इसके लिए कि कांग्रेस के सभी पार्षद प्रत्याशियों को रोकने पार्टी स्तर और व्यक्तिगत स्तर पर भी बैठकों और चिंतन मनन का काम शुरू है। सभी पार्षदों को चुनाव के बाद संपर्क में रहने कहा गया है। वहीं सभी पार्षदों पर पार्टी की भी पैनी नजर है।
दरअसल चुनाव से पहले ही जिस तरह से भाजपा ने दो वार्ड निर्विरोध जीत लिया इससे भी पार्टी ने सबक लिया है और इस बार किसी भी पार्षदों को भाजपा खेमें में जाने से रोकने के लिए पार्टी ने पार्षद प्रत्याशियों की बैठक से लेकर वन टू वन बात भी कर रही है। जिन पार्षदों के जीतने की संभावना ज्यादा है उनपर पार्टी नजर भी रख रही है।
लोगों का एग्जिट पोल
पार्टी के लोगों और कुछ स्वतंत्र विश्लेषणकर्ताओं का मानना है कि कांग्रेस नगर निगम चुनाव में भारी रहेगी। यदि एग्जिट पोल की माने तो कुल मिलकर कांग्रेस 24, भाजपा 20, बसपा 2 और निर्दलीय 2 सीट आयेगी। हालांकि भाजपा की ओर से 30 पार्षदों के जीतने की बात कही जा रही है।
अब पार्षदों के लिए कांग्रेस का रोक छेका अभियान जीतने के बाद पार्षदों पर नजर रखने अभी से सजग हुई पार्टी
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