रायगढ़। मैं जानकी अमृत काटजू, रायगढ़ शहर की बेटी,बहू और बहन। इन रिश्तों की डोर से आपने ही मुझे बांधा है। मैं 25 साल पहले काटजू परिवार में आई थी पर शहर से रिश्ता 5 साल से बना है। मेरे पति जिनका सब्जी का व्यवसाय है वह मोहल्ले की जरूरतों को समझते हैं तो उनके लिए वे राजनीति से जुड़े। जब उनके पार्षदी का चुनाव लड़ने का समय आया तो उन्होंने मुझे आगे किया क्योंकि मैं भी उनके साथ अपने मोहल्ले को जानती समझती थी। मैं जीती और महापौर बनी।
मुझे आज भी याद है जब मैं महापौर पद की शपथ नए नवेले ऑडिटोरियम में ले रही थी। डर, घबराहट और पसीने छूट रहे थे, किचन से सीधे महापौर पद पर पहुंची, जो एक सपना था। सपना साकार हुआ। मैं घबराई थी, उच्चारण भी ठीक से नहीं कर पा रही थी पर शपथ लिया। वो दिन और आज का दिन, मैंने आप लोगों की मदद से खुद में परिवर्तन लाया। अपने पार्षदगणों एवं एमआईसी के माध्यम से निगम की राजनीति को सीखा। मुझे आपने मौका दिया और मैंने उसे भुनाया और आज मैं निगम की कार्यप्रणाली से लेकर राजनीति भली-भांति जानती हूं। मुझमें सीखने की ललक है और आप लोगों में सिखाने की।
सीट संभालते ही कोरोना आ गया। 5000 से अधिक लोगों को मैंने खुद अपने वाहन से अस्पताल भर्ती कराया। हमारे प्रयासों से रायगढ़ जिला कोविड टीकाकरण में पूरे देश में अव्वल रहा। बीते 5 वर्षों में मैंने शहर के विकास को तवज्जो दी। आज जो पूरे शहर में सड़क आचार संहिता में बन रही है वो भी मेरे ही कार्यकाल में पास हुआ है। शहर विकास के लिए मैंने अपनों से लड़ाईयां लड़ी, विपक्ष को साथ लिया जिसके कारण मुझ पर सांठगांठ के आरोप लगे। अगर आरोपों पर ध्यान देती तो शहर विकास कौन करता। मुझे आपके विश्वास पर खरा उतरना था तो उतरी।
कार्यकाल खत्म हुआ पर मेरा काम नहीं। मुझे और कार्य करने हैं जिसके लिए आपके आशीर्वाद की जरूरत है। विपक्षी दल जैसा डबल इंजन और पैसे की हार्स पॉवर नहीं है पर आत्मविश्वास है जिसे आपने मेरे अंदर पैदा किया है। पक्ष- विपक्ष के लोग जानते हैं कि जानकी के लिए शहर का विकास सर्वोपरि है। बीते 5 साल में मुझे गृहणी से महापौर बनाने वाली रायगढ़ की जनता से अपेक्षा रखती हूं कि इस बार के प्रत्यक्ष चुनाव में वह मुझे और बढ़ता देखना चाहेगी।
आपकी हर लड़ाई मेरी है, आपको स्वस्थ, स्वच्छ और सुंदर रायगढ़ देने की मेरी जिम्मेदारी है जिसके लिए मैं हर फ्रंट पर मुखर होकर अपनी आवाज बुलंद करुंगी। किसी का स्टांप बनकर मैंने अपनी सरकार में भी कार्य नहीं किया था और ना ही नई सरकार में करूंगी। बीते 5 साल में मुझसे चूक हुई हो तो माफी मांगती हूं। मैं आपको भविष्य में भी अपनी गलतियों पर उंगली उठाने का अधिकार देती हूं।
आपने ही बनाया है आप ही बढ़ाएंगे-जानकी काटजू पूर्व महापौर जानकी अमृत काटजू ने साझा किए अपने महापौर कार्यकाल के अनुभव
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