रायगढ़। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के कुशल मार्गदर्शन में रायगढ़ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चार अलग-अलग ठगी मामलों में फरार चल रहे आरोपी रंजीत चैहान को ओडिशा के नवरंगपुर जिले के उमरकोट गांव में थाना कोतवाली, चक्रधरनगर और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने दबिश देकर उसे पकड़ा। आरोपी रंजीत चैहान(29 साल)रायगढ़ के डुमरपाली गांव का रहने वाला है और उसके खिलाफ थाना कोतवाली में एक तथा चक्रधरनगर में तीन गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। आरोपी से सघन पूछताछ की जा रही है।
जानकारी के अनुसार 20 मार्च को थाना चक्रधरनगर में दर्ज एक ठगी के मामले के बाद से रंजीत फरार था। उसने अपना मोबाइल बंद कर दिया था और सोशल मीडिया सहित किसी भी डिजिटल माध्यम पर सक्रिय नहीं था। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर सीएसपी श्री आकाश शुक्ला और डीएसपी (साइबर सेल) अनिल विश्वकर्मा के नेतृत्व में गठित टीम लगातार आरोपी की तलाश में लगी थी। उसके जान-पहचान वालों से बार-बार पूछताछ की जा रही थी, पर कोई ठोस जानकारी नहीं मिल रही थी। अंततः एक परिचित के पास आए कॉल नंबर को खंगाला गया, जिससे पता चला कि रंजीत ओडिशा सीमा पर स्थित उमरकोट गांव में छिपा है। तत्काल पुलिस टीम वहां रवाना होकर उसे दबोच लाई।
आरोपी के विरुद्ध दर्ज मामलों में पहला मामला थाना चक्रधरनगर में अपराध क्रमांक 119ध्2025 है, जिसमें उसने 22 अप्रैल 2022 से 26 जुलाई 2023 के बीच छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक में नौकरी दिलाने के नाम पर जुर्डा निवासी उत्तम कुमार प्रधान और अन्य 10 लोगों से कुल 44 लाख 20 हजार रुपये ठगे और फर्जी नियुक्ति पत्र थमाए।
दूसरा मामला अपराध में राजकिशोर साहू से फाउंडेशन के नाम पर निर्माण कार्य का झांसा देकर छह लाख रुपये वसूले, जिनमें से केवल 4.25 लाख रुपये लौटाए गए।
तीसरा मामला थाना कोतवाली में कमला इंटरप्राइजेज के संचालक अनिल गर्ग से नौ करोड़ के अनुदान दिलाने का झांसा देकर 12 लाख रुपये ऐंठे गए। चैथा और सबसे ताजा मामला 21 मई को दर्ज किया गया जिसमें जांजगीर-चांपा निवासी अनिता साहू से नाबार्ड टेंडर के नाम पर 50 लाख की ठगी की गई। इस मामले में आरोपी के साथ छह अन्य व्यक्तियों के नाम भी सामने आए हैं। अन्य फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें दबिश दी जा रही है।
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आरोपी को मीडिया के सामने लाने से क्यों बच रही पुलिस!
पत्रकारिता और असीम फाउण्डेशन की आड में पिछले कुछ वर्षो के दौरान ठगी के कई मामलों में संलिप्त रहे आरोपी रंजीत चैहान को ठगी के चार मामलों में गिरफ्तार करने के बाद पुलिस रायगढ़ लेकर आई और इस मामले में गुरूवार को पुलिस के द्वारा प्रेस वार्ता करके मीडिया को पूरे मामले से अवगत कराने का प्रयास किया गया। इस दौरान पत्रकारों ने आरोपी को मीडिया के सामने प्रस्तुत करने की बात कही मगर मौके पर मौजूद आला पुलिस अधिकारी कथित पत्रकार और महाठग रंजीत चैहान को मीडिया के सामने प्रस्तुत करने से कतराती रही जिसके कारण प्रेस बिरादरी के अधिकांश सदस्य नाराज रहे और उन्होंने प्रेस वार्ता से पहले ही वहां मौजूद पुलिस अधिकारियों को न केवल इस नाराजगी से अवगत कराया बल्कि प्रेस वार्ता का बहिष्कार करके भी वहां से निकल गए।
ओडिशा के उमरकोट से पकड़ा गया रायगढ़ का फरार ठग रंजीत चैहान चार ठगी मामलों में थी पुलिस को तलाश
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