रायगढ़। जिला के पश्चिमांचल में स्थित ग्राम कांटाहरदी में दिनांक 14 फरवरी से 21 फरवरी तक संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह का आयोजन किया गया जिसमें व्यास पीठ पर शिवनी – मालवा मध्यप्रदेश से पधारी सुश्री अनन्या देवी द्वारा भागवत कथा का वाचन अत्यंत ही प्रेरक और प्रभावशाली ढंग से किया गया।
14 फरवरी से भव्य कलश यात्रा के साथ प्रारंभ श्रीमद भागवत कथा का विश्राम 21 फरवरी शुक्रवार को सुदामा चरित्र एवं परीक्षित मोक्ष की कथा के साथ किया गया कथा में प्रति दिन श्रीमदभागवत पुराण के विभिन्न प्रसंगों को गीत संगीत के साथ साथ रूपक देकर प्रस्तुत किया गया। हजारों की संख्या में ग्रामीण भक्त श्रद्धालु जन उपस्थित होकर इस श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में शामिल होकर पुण्य लाभ उठाया. आयोजन में ग्राम कांटाहरदी के समस्त ग्राम वासियों के साथ वरिष्ठ जनों के आशीर्वाद से युवा कार्यकर्ताओं की सक्रिय एवं उत्साहजनक सहभागिता रही। कथा के विश्राम दिवस पर फुलों की होली खेलकर सभी श्रद्धालु भक्त जनों को नाचने के लिए विवश कर दिया गया पूरा परिवेश राधे राधे राधेकृष्ण की धुन से सराबोर हो गया।
कृष्ण सुदामा के मित्रता का मार्मिक प्रसंग सुनकर भावुक हुए श्रद्धालु
कथा के अंतिम दिवस भागवत कथा विश्राम के पूर्व सुदामा और कृष्ण के मित्रता का भावपूर्ण दृश्य अत्यंत ही प्रभावकारी ढंग से प्रस्तुत किया गया जिसमें कृष्ण और सुदामा का रूप धारण कर इस कथा प्रसंग को चित्रांकित किया गया। कथा व्यास पीठ से सुश्री अनन्या देवी ने कहा कि भगवान ने सुदामा के एक मुट्ठी चावल खाकर उसे अपार संपदा का मालिक बना दिया। आप भगवान को श्रद्धा व भक्ति से जो भी अर्पण करते है उसे भगवान श्रद्धा के साथ ग्रहण करते है और इसके बदले में हमें इतना कुछ मिल जाता है जिसकी हम कल्पना नहीं कर सकते।
कांटाहरदी में संगीतमय . श्रीमद्भागवत कथा का भव्य आयोजन सुश्री अनन्या देवी के व्यासत्व में बही अमृतमयी कथा रसधार आज सहस्त्रधारा एवं तुलसी विवाह
Must Read