रायगढ़। धर्मनगरी खरसिया, जहां गौसेवा को परम धर्म माना जाता है, वहां की लापरवाह व्यवस्था ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। नगर के बीचों बीच वर्षों से खुली पड़ी नालियों ने अब गौवंश के लिए आफत बन चुकी हैं। रोजाना कहीं न कहीं सांड या गाय नालियों में गिर रहे हैं, जिससे उनकी जान पर बन आती है। ताजा मामला खरसिया चैकी के सामने मुन्ना चाय दुकान के पास का है, जहां बीती रात एक नंदी बाबा खुले नाली में गिर गए और चलते हुए अंदर जाकर फंस गए।
कई दिन तक तड़पने के बाद वहीं उनकी मौत हो गई। अफसोस की बात यह रही कि किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी। जब शव सड़-गल गया और भीषण दुर्गंध फैलने लगी, तब जाकर लोगों को पता चला। सुबह नगरपालिका के कर्मचारियों ने नाली को तोड़कर नंदी बाबा के शव को बाहर निकाला और मिट्टी में दफन किया। यह नजारा देख स्थानीय लोगों की आंखें नम हो गईं और गुस्सा भी फूट पड़ा।
नगरवासियों ने नवनिर्वाचित नगर सरकार से अपील की है कि सभी खुली नालियों को तत्काल ढंकवाया जाए। साथ ही सफाई कार्य के दौरान अगर ढक्कन हटाए जाते हैं, तो कार्य पूर्ण होते ही उन्हें दोबारा लगाया जाए। धार्मिक नगरी खरसिया में ऐसी घटनाएं गौसेवा की भावना को ठेस पहुंचाती हैं। नगरवासियों का मानना है कि जब तक एक-एक गौवंश सुरक्षित नहीं रहेगा, तब तक हमारा धर्म अधूरा रहेगा। समस्त नगरवासियों की ओर से प्रशासन से निवेदन है कि जनहित एवं गौहित में शीघ्र ठोस कदम उठाए जाएं।