Saturday, March 15, 2025

छत्तीसगढ़ में गाय को राज्य माता घोषित किया जाए-महादेव अग्रवाल वरिष्ठ समाजसेवा व गौभक्त अग्रवाल ने मुख्यमंत्री व वित्तमंत्री को पत्र लिखकर की शीघ्र पहल करने की मांग

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रायगढ़। छत्तीसगढ़ राज्य में गाय को राज्य माता घोषित करने की मांग बलवती होने लगी है। इसी कड़ी में शहर के वरिष्ठ समाजसेवी व गौभक्त महादेव प्रसाद अग्रवाल ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय व वित्तमंत्री ओपी चैधरी को पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ में गाय को राज्य माता घोषित करने की मांग की है। उनकी इस मांग का जिले के विभिन्न गौशाला व संगठनों के संचालकों ने भी समर्थन किया है।
गौभक्त महादेव प्रसाद अग्रवाल ने मुख्यमंत्री को प्रेषित अपने पत्र में लिखा है कि आपके नेतृत्व में छत्तीसगढ़ राज्य गांव से लेकर शहर तक विकास कर रहा है। छत्तीसगढ़ एक कृषि प्रधान राज्य है। प्रदेश के किसान कृषि के साथ-साथ पशुपालन करते आ रहे हैं। गौ माता हमारे धर्म व संस्कृति का अभिन्न अंग है तथा पूजनीय है। वर्तमान में युवा वर्ग भी गौ पालन व गौ संरक्षण के कार्य में बड़ी संख्या में जुड़ रहा है। छत्तीसगढ़ राज्य के सभी गांवों में गाय व गौठान है। सभी धार्मिक अनुष्ठानों में पंचगव्य का उपयोग किया जाता है। गाय की धार्मिक, सामाजिक मान्यता के साथ-साथ वैज्ञानिक तथ्य भी है। इस वर्ष विद्यालय एवं महाविद्यालयों में गौ विज्ञान परीक्षा भी आयोजित की गई थी। महाराष्ट्र राज्य में गाय को राज्य माता घोषित किया गया है। इसी तरह हमारे छत्तीसगढ़ राज्य में भी गाय को श्राज्य माता्य घोषित किया जाना चाहिए। इसक ेलिए कैबिनेट व छत्तीसगढ़ विधानसभा में शीघ्र निर्णय लेने की आवश्यकता है। इससे गायों की हो रही हत्या एवं कत्लखाने ले जाने पर पूर्णतरू प्रतिबंध भी लग जाएगा। श्री अग्रवाल ने मुख्यमंत्री से इस संबंध में शीघ्र निर्णय लेने विधानसभा में विधेयक लाने की मांग की है।
ज्ञात हो कि श्री अग्रवाल गौ माता की सेवा व संवर्धन में जुटे हुए हैं। वे विभिन्न गौशालाओं से जुड़कर सेवा करते हुए लोगों को भी प्रेरित कर रहे हैं। वे आचार्यश्री गौशाला बैसपाली नंदेली के पूर्व अध्यक्ष व संरक्षक भी हैं। इसी तरह मां भगवती बहुद्देश्यीय गौशाला सोनपुरी सराईपाली के संरक्षक, मोहन गौशाला ठाकुरपाली गोड़म के संरक्षक, मां भगवती गौसेवा केंद्र रायगढ़ के पूर्व संस्थापक अध्यक्ष एवं संरक्षक, श्री राधे-राधे गौ सेवा केंद्र, साई मंदिर के पास बृजराजनगर, ओडिशा, आर्श गुरुकुल आश्रम तुरंगा, पुसौर के संस्थापक संरक्षक, दत्तक पुत्री शिक्षा सहयोग समिति रायगढ़ के संरक्षक हैं। इसके अलावा वे अन्य संगठनों से भी जुड़कर समाजसेवा के कार्य कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ राज्य में गाय को राज्य माता घोषित करने की उनकी मांग का दत्तक पुत्री शिक्षा योजना के संचालक, आर्श गुरुकुल आश्रम तुरंगा के आचार्य राकेश,  मोहन गौशाला के संचालक सहित अन्य संगठनों ने भी समर्थन किया है।
छत्तीसगढ़ में हर साल गौशालाओं को दिया जाता है करोड़ों का अनुदान
श्री अग्रवाल ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग (पशुपालन विभाग) में वर्तमान में 94 गौशाला पंजीकृत हैं, जिसमें लगभग 30000 गायें हैं। इन संस्थाओं को राज्य शासन की ओर से गायों के पोषण आहार के लिए प्रतिवर्ष करोड़ों रूपए का अनुदान प्रदान किया जाता है। वित्तीय वर्ष 2024-25 के द्वितीय त्रैमासांत सिंतबर 2024 में प्रदेश में पंजीकृत 94 गौशालाओं को 5 करोड़ 36 लाख 21 हजार रुपए अनुदान देने की स्वीकृति दी गई थी। इसमें रायगढ़ व सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला की 5-5 गौशाला शामिल हैं, जिन्हें 60 लाख 7 हजार रुपए अनुदान दिए गए।

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