रायगढ़। जल आवर्धन योजना के तहत धर्मजयगढ़ के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा शुद्ध पेयजल व्यवस्था हेतु रमन शासन काल में वर्ष 2013 में इसकी स्वीकृति की गई थी।जिसकी लागत लगभग 1208.49 लाख की प्रदान की गई । मगर आज आलम यह है कि इसे न तो चालू किया जा सका है, और न ही लोगों को शुद्ध पेयजल मिल पा रहा है।
इसका ताजा मामला विधानसभा मै गूंज उठा है जहां स्थानीय विधायक लालजीत राठिया ने पहले विभागीय मंत्री अरुण साव लोकस्वास्थ्य यांत्रिकी से जवाब मांगा जिसमें उनके द्वारा बताया गया कि धरमजयगढ़ विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत नगर पंचायत धर्मजयगढ़ में जल आवर्धन योजना की मूल स्वीकृति 13.2 2013 को 856.87लाख एवं पुनरीक्षित स्वीकृति दिनांक30052019 को राशि 1208.49 लाख की प्रदान की गई है। कार्य के पूर्णता के बारे में शत् प्रतिशत कार्य किया जाना बताया गया है, वही कुल खर्च 1160.68 लाख की जा चुकी है वही बताया गया कि नगर पंचायत द्वारा हस्तांतरण नहीं लिया जा रहा है। हस्तांतरण लेने के लिए विभाग के द्वारा प्रतिवेदन बनाकर 6.10.2022 को प्रेषित भी किया जा चुका है हस्तांतरण के बाद घर-घर जलप्रदाय का कार्य प्रारंभ किया जाएगा।
अब वही बात की जाए नगरी प्रशासन विभाग की तो माननीय मंत्री अरुण साव जी ने विधायक लालजीत सिंह राठिया के सवालों के जवाब में बताया कि नगर पंचायत धर्मजयगढ़ अंतर्गत लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा पानी टंकी,पाइपलाइन बिछाने का कार्य किया गया है, नल विस्तार का कार्य नहीं किया गया है, जल आवर्धन योजना के हस्तांतरण हेतु लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग धर्मजयगढ़ से नगर पंचायत को प्रतिवेदन 0610 2022 को प्राप्त हुआ है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग एवं क्षेत्रीय कार्यालय नगरी प्रशासन बिलासपुर के संयुक्त निरीक्षण के उपरांत चार कंडिका पर सुधार कार्य कर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को हस्तांतरण करने निर्देशित किया गया था। इसके पश्चात लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा चार कंडिका में से दो कंडिका पर कार्रवाई कर दो कंडिका में कार्रवाई की किए जाने में असमर्थ बताया गया, कि वर्तमान में निर्मित तीनों टंकियां का सिपेज दूर करना, वही मॉडल स्कूल के पास संपवेल निर्माण कर उच्च स्तरीय जलागार में पानी भरने की व्यवस्था किया जाना।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा अवगत कराया गया है की डीपीआर में संपावेल निर्माण कार्य प्रस्तावित नहीं था जिसकी वजह से यह कार्य नहीं किया जा पाया है अब सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि करोड़ों की योजना का बंदरबाट मैं यह जनता पिस रही है नहीं लोगों को शुद्ध पेयजल मिल रहा है शुद्ध पेयजल तो दूर आने वाली भीषण गर्मी में पेयजल भी मुश्किल हो जाएगा आवश्यकता है जल्द वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट सुचारू रूप से चालू की जाए नहीं तो पेयजल की विकट समस्या नगर में देखने को मिलेगी वही लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के इस लापरवाही ओर अधिकारियों का संरक्षण समझ से परेह है।
धर्मजयगढ़ जल आवर्धन योजना का मामला गुंजा विधानसभा में क्या अधिकारियों द्वारा गलतियां छुपाने के लिए दी जा रही भ्रमित व गलत जानकारी !
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