रायगढ़। पिछले दिनों पुरानी हटरी निवासी बुजुर्ग भाई बहन की हत्या के मामले मेें रायगढ़ पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। सूत्रों के अनुसार दोहरे हत्याकांड की घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों को पकड़ लिया गया है। कल इस पूरे मामले का खुलासा करने की बात कही जा रही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के सामने स्थित पुरानी हटरी निवासी सीताराम जायसवाल 70 साल उसकी बहन अन्नपूर्णा जायसवाल 68 साल की 13-14 जनवरी की हत्या के बाद अगले दिन उनके ही घर में दोनों की लाश मिली थी। पुरानी हटरी में बुजुर्ग भाई बहन की हुई नृशंस हत्याकांड के बहुचर्चित मामले में रायगढ़ पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक हत्या की वजह चोरी की नीयत से घर में घुसना और रूपये पैसे की बेइंतहा हवस है। बताया जा रहा है कि इस घटना को एक युवती सहित दो से अधिक लोगों ने मिलकर अंजाम दिया था।
आरोपियों में सभी आरोपी शहर के ही रहने वाले हैं। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी दूसरे राज्य फरार होनें की योजना बना रहे थे इससे पहले ही पुलिस ने आरोपियों को दबोच लिया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक रायगढ़ पुलिस कल सोमवार को इस पूरे मामले का खुलासा कर सकती है।
मध्यप्रदेश के झांसी में पकड़ाये आरोपी
चोरी करने गए थे, पकड़े जाने के डर में की थी हत्या घटना की जानकारी स्थानीय लोगों ने पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुटी थी कि इसी दौरान पुलिस को जानकारी लगी कि पास में ही रहने वाले दो युवक इस हत्याकांड में शामिल हैं। पुलिस ने पाया कि रायगढ़ के ही रहने वाले किशन शर्मा और अतुल कुमार ने चोरी की नीयत घर में घुसकर सीताराम जायसवाल और उनकी बहन अन्नपूर्णा जायसवाल की हत्या की थी।
गोंडवाना के जनरल कोच से दबोचे गए आरोपी
आरोपियों को लगा कि वह पकड़े जाएंगे तो किशन ने अपनी मंगेतर के साथ दिल्ली भागने की योजना बनाई। तीनों गोंडवाना एक्सप्रेस से दिल्ली के लिए निकले थे। दूसरी ओर पुलिस ने तीनों आरोपियों की फोटो रेल सुरक्षा बल को भेजकर उनकी तलाश शुरू कर दी। यहां शनिवार की रात जब गोंडवाना एक्सप्रेस झांसी पहुंची तो आरपीएफ प्रभारी निरीक्षक रविंद्र कुमार कौशिक व क्राइम ब्रांच प्रभारी शिप्रा ने दो टीमों में पूरी ट्रेन को ग्वालियर तक खंगाल डाला। ग्वालियर आने से पहले तीनों आरोपियों को ट्रेन के जनरल कोच से दबोच लिया गया।
चलती टेªन में संदिग्ध से फोटो मिलने पर हुआ मामले का खुलासा
सहायक रेल सुरक्षा आयुक्त केएन तिवारी ने बताया कि चलती ट्रेन में आरपीएफ टीम ने हर एक संदिग्ध का फोटो से मिलान किया। इसके बाद जब तीनों आरोपी मिल गए तो उन्हें ग्वालियर स्टेशन पर उतार कर झांसी लाया गया। यहां से रायगढ़ पुलिस को सूचित कर झांसी बुलाया गया। पुलिस के झांसी पहुंचने पर उन्हें सौंप दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक रायगढ़ पुलिस आरोपियों को लेकर रायगढ़ के लिये रवाना हो चुकी है और संभवतः कल रायगढ़ में पुलिस पूरे मामले का विस्तार से खुलासा करेगी।
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