नेताओं की लगाई गई ड्यूटी
कांग्रेस हाईकमान ने दिल्ली में अरविंद केजरीवाल को घेरने के लिए पंजाब के विधायकों और कांग्रेस नेताओं को प्रचार की जिम्मेदारी सौंपी है। पंजाब कांग्रेस के विधायक और नेताओं ने अरविंद केजरीवाल की उन गारंटियों को काटना भी शुरू कर दिया है। पिछले दिनों ही विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने अरविंद केजरीवाल की ओर से दिल्ली में महिलाओं को 2100 रुपये देने की गारंटी पर एक जनसभा में कहा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी ने महिलाओं को 1000 रुपये देने का वादा किया था लेकिन 34 महीने बीतने के बावजूद यह वादा पूरा नहीं किया है। इनकी सरकार ने 34 हजार करोड़ रुपये पंजाब की महिलाओं को देने हैं।
आम आदमी पार्टी भी दिल्ली के साथ-साथ दो साल बाद पंजाब के चुनाव पर भी नजर रख रही है। दिल्ली में उन्होंने पुजारियों और ग्रंथियों के लिए 18 हजार रुपये प्रति महीना देने की जो घोषणा की है। इसका असर पंजाब भी होना है क्योंकि पंजाब में गुरुद्वारों और मंदिरों की गिनती दिल्ली के मुकाबले में कहीं ज्यादा है।
हालांकि केंद्रीय सिंह सभा के अध्यक्ष प्रोफेसर शाम सिंह, महासचिव डॉ. खुशहाल सिंह, सिख विचारक जसपाल सिंह और सुरिंदर सिंह किशनपुरा ने अरविंद केजरीवाल पर हिंदू वोटों के ध्रुवीकरण का आरोप लगाया और कहा है कि दिल्ली में मौलवी वेतन पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उनके बारे में केजरीवाल कोई बयान नहीं दे रहे हैं। निश्चित तौर पर इसी तरह के बयान आने वाले दिनों में आप के ये नेता पंजाब में भी देंगे। कांग्रेस के इस बार दिल्ली के चुनावी मैदान में जोर लगाने से आम आदमी पार्टी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।