Saturday, March 15, 2025

केजरीवाल की गारंटियों की काट निकाल रही कांग्रेस, AAP को टक्कर देने के लिए पंजाब के सांसद-विधायकों की लगी ड्यूटी

Must Read
चंडीगढ़। दिल्ली विधानसभा चुनाव की औपचारिक घोषणा अभी नहीं हुई है लेकिन इस बार दिल्ली के चुनाव को लड़ने का पूरा असर पंजाब की राजनीति पर भी होता दिखाई पड़ रहा है। आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी ने इन चुनाव में जीतने के लिए पूरा जोर लगा दिया है। 

नेताओं की लगाई गई ड्यूटी 

पिछले सप्ताह आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केरजीवाल और महासचिव संगठन डॉ संदीप पाठक ने बैठक करके सभी विधायकों, मंत्रियों, बोर्ड कॉर्पोरेशन के चेयरमैन और सीनियर नेताओं की ड्यूटियां हर विधानसभा क्षेत्र में लगा दी हैं और उन्हें एक-एक घर तक पहुंच करने को कहा गया है। एक बार फिर से सत्ता में आने के लिए पार्टी और अरविंद केजरीवाल ने कई तरह की और गारंटियां देनी शुरू कर दी हैं जिसकी काट के लिए कांग्रेस पार्टी ने भी अपने विधायकों और नेताओं को दिल्ली के चुनाव मैदान में उतार दिया है। 

कांग्रेस हाईकमान ने दिल्ली में अरविंद केजरीवाल को घेरने के लिए पंजाब के विधायकों और कांग्रेस नेताओं को प्रचार की जिम्मेदारी सौंपी है। पंजाब कांग्रेस के विधायक और नेताओं ने अरविंद केजरीवाल की उन गारंटियों को काटना भी शुरू कर दिया है। पिछले दिनों ही विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने अरविंद केजरीवाल की ओर से दिल्ली में महिलाओं को 2100 रुपये देने की गारंटी पर एक जनसभा में कहा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी ने महिलाओं को 1000 रुपये देने का वादा किया था लेकिन 34 महीने बीतने के बावजूद यह वादा पूरा नहीं किया है। इनकी सरकार ने 34 हजार करोड़ रुपये पंजाब की महिलाओं को देने हैं।

इसी तरह पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष और सांसद अमरिंदर सिंह राजा वारिंग, सुखजिंदर सिंह रंधावा, विधायक परगट सिंह ने दिल्ली में अलग-अलग विधानसभा हलकों में जाकर आप सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया है। हालांकि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों ही आईएनडीआई गठबंधन की हिस्सेदार हैं लेकिन दोनों में एक दूसरे के वोट काटने की होड़ लगी है। कांग्रेस नेताओं ने दिल्ली की जनता को आम आदमी पार्टी सरकार की ओर से दी जा रही मोहल्ला क्लीनिकों की सुविधा की काट करते हुए कहा कि पंजाब में आप सरकार की ओर से 16 नए मेडिकल कॉलेज खोलने का वादा किया गया था लेकिन अभी तक एक ईंट भी कहीं नहीं लगी है।

 

आम आदमी पार्टी भी दिल्ली के साथ-साथ दो साल बाद पंजाब के चुनाव पर भी नजर रख रही है। दिल्ली में उन्होंने पुजारियों और ग्रंथियों के लिए 18 हजार रुपये प्रति महीना देने की जो घोषणा की है। इसका असर पंजाब भी होना है क्योंकि पंजाब में गुरुद्वारों और मंदिरों की गिनती दिल्ली के मुकाबले में कहीं ज्यादा है।

 

हालांकि केंद्रीय सिंह सभा के अध्यक्ष प्रोफेसर शाम सिंह, महासचिव डॉ. खुशहाल सिंह, सिख विचारक जसपाल सिंह और सुरिंदर सिंह किशनपुरा ने अरविंद केजरीवाल पर हिंदू वोटों के ध्रुवीकरण का आरोप लगाया और कहा है  कि दिल्ली में मौलवी वेतन पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उनके बारे में केजरीवाल कोई बयान नहीं दे रहे हैं। निश्चित तौर पर इसी तरह के बयान आने वाले दिनों में आप के ये नेता पंजाब में भी देंगे। कांग्रेस के इस बार दिल्ली के चुनावी मैदान में जोर लगाने से आम आदमी पार्टी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

Latest News

More Articles Like This