रायगढ़ (12 जनवरी)। अरूणधर दीवान की जिलाध्यक्ष के रूप में ताजपोशी के बाद अब पावर सेंटर माने जाने वाले जिला भाजपा महामंत्री पद के लिये दावेदारों में यादवी संग्राम छिड़ गया है। महामंत्री के दो पद निर्धारित हैं, लेकिन दावेदारों की संख्या एक दर्जन पार हो चुकी है। हालांकि भाजपा अनुशासित राजनैतिक दल है मगर दावेदारों की भीड़ हो जाने की वजह से महामंत्री के चयन में संगठन को दुविधाजनक हालात से रू-ब-रू होना पड़ रहा है।
इस बार जिला भाजपा महामंत्री बनने के लिये दावदारों में अघोषित जंग छिड़ गयी है। संगठन पर एक अनार, सौ बीमार वाली कहावत सटीक चरितार्थ हो रही है। जिला भाजपा महामंत्री के लिये उमेश अग्रवाल के खास शागिर्द विकास केडिय़ा व सतीश बेहरा के नामों की चर्चा है। विकास केडिय़ा पूर्व में भाजयुमो के जिलाध्यक्ष रह चुके हैं। स्व. रोशनलाल अग्रवाल राजनैतिक प्रयोगशाला में दक्ष हो चुके विकास केडिय़ा हाल ही में भाजपा सदस्यता अभियान के जिला प्रभारी थे। विकास केडिय़ा की संगठन क्षमता जगजाहिर है। उनकी दावेदारी यूं भी अनायास नहीं है। वहीं, पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष सतीश बेहरा पिछली कार्यकारिणी मेंं महामंत्री थे और जिला भाजपाध्यक्ष के प्रबल दावेदार थे मगर अरूणधर दीवान बाजी मार ले गये। इसलिये महामंत्री के पद के लिये सतीश की स्वाभाविक दावेदारी है।
इधर गिरधर गुप्ता व युवा तुर्क गौतम अग्रवाल के खेमे से जिला भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष अफरोज डायमंड, नगर निगम के अपराजेय योद्धा शीनू राव व पालू राठौर का नाम महामंत्री के लिये चर्चा में है। स्वतंत्र दावेदारों की चर्चा करें तो महेश साहू, बब्बल पाण्डेय, रत्थू गुप्ता, विलिस गुप्ता, ईश्वर पटेल व अरूण राय के नाम सुर्खियों में हैं। ये तमाम नाम जिला भाजपा के सुपरिचित चेहरे हैं। पूर्व विधायक विजय अग्रवाल के खेमे से भाजपा के कर्मठ सिपाही रविन्द्र भाटिया व मोहित सतपथी का नाम सामने आया है।
वहीं, गुरूपाल भल्ला के विश्वस्त सिपहसलार पूर्व जिला पंचायत सदस्य ब्रजेश गुप्ता व पूर्व भाजयुमो अध्यक्ष अरूण कातोरे भी इस बार महामंत्री पद के लिये सशक्त दावेदार हैं। अब महिला दावेदारों की बात की जाए तो लैलूंगा जनपद पंचायत की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती शांता साय, जिला भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष श्रीमती शोभा शर्मा व प्रदेश महिला भाजपा प्रकोष्ठ की उपाध्यक्ष श्रीमती सुषमा खलखो के नाम चर्चा में हैं। भाजपा की सियासत में इन तीनों नेत्रियों की सक्रियता, समर्पण व निष्ठा को खारिज करना किसी के लिये मुमकिन प्रतीत नहीं होता है। अब देखने वाली बात यह होगी कि जिला भाजपा की प्रस्तावित कार्यकारिणी में किन-किन चेहरों को प्राथमिकता मिलती है।