
अनवरत चलेगा अधिवक्ता संघ का आंदोलन संघर्ष समिति में होगा बड़ा बदलाव
रायगढ़। जिला अधिवक्ता संघ का आंदोलन स्थगित किए जाने की खबरों पर विराम लगाते हुए रायगढ़ अधिवक्ता संघ ने स्पष्ट कर दिया है कि आंदोलन स्थगित नहीं किया गया है, बल्कि आगे भी अनवरत चलता रहेगा। प्रदेश भर के सभी राजस्व न्यायालयों का बहिष्कार अनिश्चित काल तक के लिए जारी रहेगा।
कुछ मीडिया खबरों में अधिवक्ताओं के आंदोलन को 15 दिन के लिए स्थगित करने संबंधी खबरें प्रकाशित हुई। जबकि यहां जिला अधिवक्ता संघ का आंदोनल जारी है। यहां अधिवक्ता संघ ने तहसील कार्यालय में मारपीट की घटना के बाद राजस्व अमले पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए 11 फरवरी से आंदोलन चला रहा है। रायगढ़ से शुरू यह आंदोलन प्रदेश व्यापी हो गया था। प्रदेश के प्रत्येक जिला एवं तहसील स्तर पर भ्रष्टाचार के विरुद्घ में आंदोलन धरना प्रदर्शन और रैली आयोजित किया जान लगा। इसी बीच यह खबर भी आने लगी कि अधिवक्त ा संघ ने 15 दिनों तक के लिए आंदोलन को स्थगित कर दिया है। अब अधिवक्ता संघ का कहना है कि तथाकथित लोगों द्वारा जानबूझकर यह भ्रामक खबर फैलाई जा रही है जबकि अधिवक्ता संघ रायगढ़ के बैनर तैल संघ के सदस्यों का आंदालन अभी भी जारी है। यह अनवरत जारी रहेगा।
हंगामेदार रही अधिवक्ता संघ की आम सभाः मंगलवार को रायगढ़ अधिवक्ता संघ की ओर से बुलाई गई आम सभा काफी हंगामेदार रही। आंदोलनरत अधिवक्त ाओं ने भारी विरोध के साथ संघर्ष समिति को बदलने का निर्णय लिया। अधिवक्त ाओं ने अपने सुझाव रखे और कहा कि धोखे में रखकर संघर्ष समिति के कुछ सदस्यों द्वारा 15 दिन के लिए आंदोलन स्थगित होने की सहमति दी। इस पर काफी हंगामा हुआ और यह निर्णय लिया गया कि आंदोलन तेज किया जाएगा।
संघर्ष समिति में होगा बड़ा बदलाव
इस आंदोलन को चलाते रहने के लिए एवं इसकी रूपरेखा तय करने के लिए संघर्ष समिति का गठन किया गया था जिसमें संघर्ष समिति का अध्यक्ष सीनियर एडवोकेट विष्णु सेवक गुप्ता को बनाया गया था लेकिन उनके नेतृत्व में आंदोलन को स्थगित करने संबंधी निर्णय लिए जाने के बाद रायगढ; अधिवक्ता संघ काफी आक्रोशित नजर आए। और आम सभा आहूत कर उन्हें अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है। साथ ही अब नए सिरे से बुधवार 9 मार्च को संघर्ष समिति का दोबारा गठन किया जाएगा। यह संघर्ष समिति अब नए सिरे से नई ऊर्जा के साथ अधिवक्ताओं की ओर से चलाए जा रहे आंदोलन का नेतृत्व करेगी साथ ही प्रदेश भर में चल रहे आंदोलन की रूपरेखा वहां के संघों से संपर्क कर निर्धारित करेगी।