
नकली दवा बनाने वाले दो फैक्ट्री और दो मेडिकल पर छापा, 10 करोड़ की दवाएं जब्त
रायपुर. राजधानी में आयुर्वेदिक दवाओं के नाम पर एलोपैथिक दवाएं मिलाकर बेचने का बड़े कारोबार का खुलासा हुआ है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग (Food and Drug Administration Department) की चार टीमों ने दो फैक्ट्री और दो मेडिकल दुकानों में छापा मारकर 10 करोड़ की दवाएं जब्त की हैं। अधिकारियों को मिले दस्तावेज बताते हैं कि कंपनी का टर्नओवर 1 अरब के आसपास का है।
कंपनी द्वारा ऑनलाइन बाजार के माध्यम से नकली आयुर्वेदिक दवा से 90 दिनों में बालों का उगना, कैंसर, जोड़ो का दर्द एक माह में दूर करने का दावा करते हुए करोड़ों का व्यापार कर रही थी। दवाओं का उज्जैन में निर्माण होना बताया जा रहा हैं, जबकि रायपुर में अवैध तरीके से निर्माण और नियम विरुद्ध पैकिंग का काम किया जा रहा था।
नकली आयुर्वेदिक दवाओं के अवैध कारोबार की शिकायत मिलने पर खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग (Food and Drug Administration Department) की चार टीम बनाकर गोपनीय जांच शुरू की। इसके बाद पुख्ता प्रमाण मिलने पर छापामार कार्रवाई शुरू की गई। चारों जगह से जो दवाइयां जब्त की गई, उन सभी दवाओं की कालीबाड़ी स्थित शासकीय औषधि परीक्षण प्रयोगशाला में जांच कराई गई जिसमें एलोपैथिक दवाइयां डाइक्लोफेनिक एवं एसिक्लोफेनिक की मात्रा पाई गई है।
प्रकरण में चारों टीम के सदस्यों में 11 औषिधि निरीक्षक सहित 18-19 अधिकारी सम्मिलित थे। इनमें मुख्य रूप से नीरज साहू, सुरेश साहू, टेकचंद, परमानंद, लक्ष्मी कौशिक, श्रुति, ओमप्रकाश एवं बलौदा बाजार और दुर्ग जिले के खाद्य एवं औषधि प्रशासन के अधिकारी शामिल थे।