
75 वे आजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर महिलाएं नए भारत की धवज्वlहक
घरघोडा 13 मार्च को अंतर्राष्टृय महिला दिवस के उपलक्ष्य में प्रजापिता ब्रम्हा कुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय घरघोडा द्वारा देश के आजादी के 75 वे वर्ष अमृत महोत्सव स्वर्णिम भारत के तहत हुआ आयोजन महिलाएं नये भारत की ध्वज वाहक कार्यक्रम हुआ। कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया। दीप प्रज्ज्वलित विशिष्ट अतिथि आदरणीय बहन प्रतिभा मर काम जी व्यव्हार न्यायाधीश प्रथम, शिवानी बहन व्यवहार न्यायाधीश द्वितीय, बहन किरण कlछि एवं ब्रम्हा कुमारी नीलू बहन, ब्रम्हा कुमारी मुन्नि बहन तथा ब्रम्हा कुमारी घरघोडा की संचलीक l
तोष बहन एवं अहिल्या बहन एवं अन्य अतिथियो द्वारा किया गया । कार्यक्रम मे विशेष उद्बोधन व्यवहार न्यायधीश प्रतिभा मर काम द्वारा नारियो की गरिमा एवं शक्ति पर प्रकाश डाला तथा देश एवं रास्ट्र के विकास मे नारी की अहम् भूमिका के संबंध मे बताया। कार्यक्रम के दौरान प्रेरणादायी उद्बोधन व्यवहार न्यायधीश शिवानी बहन द्वारा किया गया की किसी भी उम्र मे नारी अपनी आंतरिक शक्ति के द्वारा उन्नति के शिखर पर पहुँच शक्ति है तथा एक ओर नारी सहंशीलतl की मूर्ति है तो दूसरी ओर काली के सामान प्रचंड रूप धारण कर सकती है।
इसके साथ ही बहन किरण काछी ने नारी शक्ति का परिचय दिया। विशेष उद्बोधन ईश्वरीय विश्व विद्यालय पत्थल गांव की संचलीकl नील बहन द्वारा ब्रम्हा कुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय का विस्तार से उद्बोधन किया गया जिसमे उन्होंने बताया की यह संस्था विश्व के 147 देशो मे संचालित है तथा ध्यान meditation के महत्व को बताया साथ ही आंतरिक शक्ति के विकास से ही विश्व परिवर्तन संभव है इस संबंध मे विस्तार से बताया। बहन अहिल्या ने कंमेंटरी द्वारा मेडियाशन कराया तथा अन्य अतिथियों द्वारा विशेष उद्बोधन दिया गया। कार्यक्रम के दौरान संस्था मे सैंकड़ों की संख्या मे भाई बहन उपस्थित थे। अंत मे घरघोडा सेंटर की संचालिका बहन तोष जिनके नेतृतव् मे कार्यक्रम संचालित हुआ, आपके द्वारा अतिथियों का आभार व्यक्त किया गया तथा ब्रम्हा भोजन का सफल आयोजन किया गया। उप्रयोक्त कार्यक्रम के दौरान मंच का संचालन रचना द्वारा किया गया