विवाह के आयोजन के लिए बैंक्वेट हाल, कैटरिंग और डेकोरेशन सर्विस की मांग भी तेज हो रही है। होटल व्यवसायी पहले से ही अपनी बुकिंग फुल करने में लगे हैं। 16 जनवरी से वैवाहिक मुहूर्त प्रारंभ होते ही विवाह आयोजन और खरीदारी का दौर भी तेज हो जाएगा।
HighLights
- 16 जनवरी से शुरू हो रहे हैं शादी के मुहूर्त।
- बाजार में खरीदारी का दौर हो जाएगा शुरू।
- ऑनलाइन खरीदारी भी कर रहे हैं युव लोग।
बिलासपुर। पौष माह में विवाह पर रोक का समय समाप्त होने वाला है। माघ महीने के साथ ही शहनाइयों की गूंज सुनाई देने लगेगी। 16 जनवरी से वैवाहिक मुहूर्त प्रारंभ होते ही विवाह आयोजन और खरीदारी का दौर भी तेज हो जाएगा।
छत्तीसगढ़ और खासकर बिलासपुर जैसे शहर में शादी का सीजन न केवल परिवारों के लिए खास होता है, बल्कि कारोबारियों के लिए भी यह समय फायदे का सौदा साबित होता है। पौष माह की पूर्णिमा तिथि पर 13 जनवरी को छेरछेरा का पर्व मनाया जाएगा। यह इस माह का अंतिम दिन रहेगा।
इसके बाद 14 जनवरी को मकर संक्रांति आने के साथ ही माघ माह की शुरुआत होगी। इस दौरान पारंपरिक रीति-रिवाजों को निभाने और त्योहारी माहौल के कारण बाजारों में रौनक बनी रहेगी।
संक्रांति के दिन तिल और गुड़ से बने मिष्ठान की खरीदारी बढ़ जाती है। इसके बाद जैसे ही वैवाहिक मुहूर्त शुरू होगा, बाजार की हलचल और तेज हो जाएगी। 16 जनवरी से वैवाहिक मुहूर्त भी शुरू हो जाएंगे।
बाजारों में शुरू हुई तैयारियां
बिलासपुर के बाजार इन दिनों अपने स्टॉक को अपडेट करने में लगे हैं। सराफा, बर्तन, कपड़े और इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकानों पर खासतौर पर ग्राहकों की संख्या में इजाफा होने की संभावना है। शादी के सीजन में गहनों की मांग हमेशा अधिक होती है।
लिहाजा, ज्वेलरी शोरूम के मालिकों ने आकर्षक डिजाइन और छूट का ऑफर देने की तैयारी कर ली है। बर्तन बाजार में स्टील और किचन अप्लायंसेज के उत्पादों का स्टाक बढ़ा दिया गया है।
विवाह के अवसर पर मेहमानों को भेंट देने के लिए ट्रेंडी और उपयोगी उपहारों की मांग अधिक रहती है। कपड़ा बाजार में दूल्हे-दुल्हन के कपड़ों के अलावा मेहमानों के लिए एथनिक और फॉर्मल आउटफिट की खरीदारी जोर पकड़ती दिख रही है।